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हिंदू धर्म में सावन यानी श्रावण मास को अत्यंत पवित्र और आध्यात्मिक रूप से जागृत महीना माना जाता है। यह महीना भोलेनाथ शिवजी को समर्पित होता है, जिसमें लाखों भक्त उपवास, जलाभिषेक, मंत्र जाप और कांवड़ यात्रा 2025 जैसी विशेष…
योग और ध्यान में क्या फर्क है? सरल भाषा में समझें 2

योग और ध्यान में क्या फर्क है? सरल भाषा में समझें

आज के तनावपूर्ण जीवन में हर कोई “योग” और “ध्यान” की बात करता है। कोई कहता है – “मैं हर दिन योग करता हूँ”, तो कोई कहता है – “मैं ध्यान लगाता हूँ।” लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि…
तीर्थ यात्रा या रील यात्रा? – आस्था बनाम दिखावा के बदलते मायने

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तीर्थ यात्रा का सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व भारत एक आध्यात्मिक देश है, जहां तीर्थ यात्रा न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान है बल्कि आत्मशुद्धि और मोक्ष की ओर एक कदम भी मानी जाती है। प्राचीन काल से ही लोग कठिन पर्वतों,…
विचारों की पवित्रता क्यों जरूरी है? 3

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विचार ही जीवन की दिशा तय करते हैं विचार ही वह बीज हैं जिनसे जीवन का पूरा वृक्ष पनपता है। मनुष्य जैसा सोचता है, वैसा ही वह बनता है। हमारे कर्म, व्यवहार और भावनाएं — ये सब हमारे विचारों की…
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हमारे जीवन में बहुत कुछ ऐसा घटता है जिसे हम “नसीब” या “भाग्य” कहकर टाल देते हैं। लेकिन सनातन धर्म की दृष्टि से देखा जाए तो हमारे जीवन में जो कुछ भी होता है, वह हमारे कर्म का ही फल…
सनातन धर्म क्या है? इसका अर्थ, मूल और महत्व | विचारों की पवित्रता क्यों जरूरी है? 5

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सनातन धर्म का अर्थ है — “शाश्वत धर्म”, अर्थात ऐसा धर्म जो अनादि और अनंत है, जिसका कोई आरंभ नहीं और कोई अंत नहीं। यह किसी एक ग्रंथ, व्यक्ति या संस्था से जुड़ा हुआ धर्म नहीं है, बल्कि यह एक…
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योग बनाम जिम: प्रभाव मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर योग एक प्राचीन भारतीय अभ्यास है जो न केवल शरीर को लचीलापन, सहनशक्ति और शक्ति देता है, बल्कि मन को भी शांति और स्थिरता प्रदान करता है। मानसिक तनाव, चिंता, अवसाद…
भक्ति और योग का संबंध: आध्यात्मिक उन्नति की कुंजी 7

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भक्ति और योग की मूल परिभाषा भारतीय दर्शन में भक्ति और योग दो ऐसे मार्ग हैं जो आत्मा को ईश्वर से जोड़ने में सहायक होते हैं। “भक्ति” का अर्थ है पूर्ण समर्पण और प्रेम के साथ ईश्वर की आराधना, जबकि…
जगन्नाथ रथ यात्रा|"पुरी की जगन्नाथ रथ यात्रा – आस्था का रथ, भक्ति का उत्सव"

जगन्नाथ रथ यात्रा का पौराणिक महत्व और मूल कथा

भारत में ऐसे कई पर्व और उत्सव हैं जो केवल धर्म का ही नहीं, बल्कि आस्था, श्रद्धा और सनातन संस्कृति का जीवंत प्रतीक बन चुके हैं। इन्हीं में से एक है – जगन्नाथ रथ यात्रा। यह यात्रा न केवल ओडिशा…
रावण शिव भक्त था, फिर भी विनाश क्यों हुआ? 8

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: रावण — शिव भक्त, विद्वान और शक्तिशाली सम्राट रावण को हम आमतौर पर रामायण के खलनायक के रूप में जानते हैं, लेकिन वह केवल राक्षस नहीं था। रावण एक महान विद्वान, तंत्र और वेदों का ज्ञाता, प्रकांड ज्योतिषाचार्य और…

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